Life Class की सिखाई !!

“अखंडता” यह शब्द बचपन से सुना था।
सच्चाई ईमानदारी से जीना सीखा था।
सच  से सच्चाई , ईमान से ईमानदारी,
इतना ही अर्थ समझा था बड़ों से।
 वक्त गुज़रा , दिन गुज़रे,
साथ साथ अनुभव से।
कुछ मायने हमने भी गड़े।
अति से होती है दुर्गति
यह जड़ने में वर्षों लगे।
आज अखंडता की  एक और पहचान पाई !!
न सिर्फ औरों से खुद से भी इन्साफ करो भाई !!
जो होनी है वह कोई टाल नहीं सकता,
किन्तु संभवतः प्रयास करो
सच्चाई जो कभी छिप नहीं सकती
उसका डटकर सामना करो
यही है Life Class की सिखाई।
रीटा हासानी

Leave a Reply