Critical Thinking on Ethical Dilemmas

आज की लाइफ क्लास बहुत ही सोचने पर मजबूर करने वाली थी। हमने नैतिक दुविधाओं (Ethical Dilemmas) और उन चीजों पर बात की जो हमारे फैसलों को प्रभावित करती हैं। मुझे समझ में आया कि परवरिश और माहौल का हमारे सोचने की क्षमता को गहराई से प्रभावित किया है। इनसे मेरे अंदर दूसरों के प्रति सहानुभूति और न्याय की भावना विकसित हुई है, साथ ही अलग-अलग विचारों को समझने का मौका भी मिला। चर्चा से यह भी पता चला कि खुद को समझना और अपने मन के झुकाव/रुचि को पहचानना कितना जरूरी है। नैतिक फैसले अक्सर आसान नहीं होते, बल्कि सोच-विचार और सही संतुलन की जरूरत होती है।

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