Art therapy 23rd n 24 Th July’2021 Learning

“कला जीवन का रस है |”

-अमृृतलाल नागर

अमृतलाल जी ने बहुत ही सुंदर विवरण किया है कला के बारे में |

कला चिकित्सा मतलब Art therapy |
हमारा जीवन अनेक भावों से भरा है | दिन में कितने भाव आते और जाते हैं | इन भावनाओं का नकारात्मक एवं सकारात्मक परिणाम हमारे मस्तिष्क और देह पर होता हैं | 

कला हो तो इंसान कभी अकेला नहीं रहता | इन रंगों का असर हमारे जीवन में सदैव रहता हैं और रहेगा भी |

सीख

मैंने कला चिकित्सा ( Art therapy) में यह सीखा की बहुत सारी मनोवैज्ञानिक व्याधिओं में कला सफल औषधि बन गई है | 

बस कला आपकी खुद की रचना होनी आवश्यक है |

मंडला कला (Mandala art ) कला चिकित्सा का एक उत्तम उदाहरण है | 

सही मायने में इन दो दिनों में अभूतपूर्व मनशांति मिली |

मैंने इन दो दिनों में अपने आप से बहुत बातें की मेरी अंदर की आवाज़ अच्छे से सुन पाई |

शुरुआत ही ऐसी है तो आगे के बारे में ………

अगली बार !

शुक्रिया,संजना जी |